रथ सप्तमी (Ratha Saptami) हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है, जिसे सूर्य जयंती भी कहा जाता है। यह पर्व भगवान सूर्य नारायण को समर्पित होता है और इसे माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है।
रथ सप्तमी को स्वास्थ्य, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का पर्व माना जाता है। इस दिन भगवान सूर्य अपने सात घोड़ों वाले रथ पर आरूढ़ होकर उत्तरायण की दिशा में बढ़ते हैं, जिससे संपूर्ण ब्रह्मांड में प्रकाश और ऊर्जा का संचार होता है।
यह पर्व विशेष रूप से उत्तर भारत, दक्षिण भारत और महाराष्ट्र में बड़े श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है।
रथ सप्तमी 2025 कब है? (Ratha Saptami 2025 Date & Time)
रथ सप्तमी 4 फरवरी 2025 (मंगलवार) को मनाई जाएगी।
घटना | समय (IST) |
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सप्तमी तिथि प्रारंभ | 3 फरवरी 2025, रात 08:22 बजे |
सप्तमी तिथि समाप्त | 4 फरवरी 2025, रात 10:18 बजे |
सूर्योदय पूजा का शुभ मुहूर्त | 4 फरवरी 2025, सुबह 06:50 बजे से 08:30 बजे तक |
रथ सप्तमी का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व
1. भगवान सूर्य की आराधना
भगवान सूर्य को प्रकाश, ऊर्जा और स्वास्थ्य का कारक माना जाता है। इस दिन उनकी आराधना करने से रोगों से मुक्ति, जीवन में सफलता और दीर्घायु प्राप्त होती है।
2. कृषि और पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण दिन
रथ सप्तमी को कृषि और पर्यावरण के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है, क्योंकि यह दिन सर्दियों के अंत और बसंत ऋतु की शुरुआत का संकेत देता है।
3. ज्योतिषीय महत्व
रथ सप्तमी के दिन सूर्य देव उत्तरायण होकर मकर राशि में होते हैं, जिससे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, उन्नति और नई शुरुआत के संकेत मिलते हैं।
रथ सप्तमी की पौराणिक कथा (Ratha Saptami Vrat Katha)
एक पौराणिक कथा के अनुसार, एक समय की बात है, सूर्यवंशी राजा यशोवर्मा के कोई संतान नहीं थी। उन्होंने अनेक यज्ञ और तप किए, लेकिन कोई फल नहीं मिला। फिर महर्षि वशिष्ठ ने उन्हें रथ सप्तमी के दिन भगवान सूर्य की उपासना करने की सलाह दी।
राजा ने विधिपूर्वक सूर्य सप्तमी व्रत किया और सूर्य भगवान की कृपा से उन्हें एक तेजस्वी पुत्र की प्राप्ति हुई। तभी से इस पर्व को संतान सुख, आरोग्य और समृद्धि के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
रथ सप्तमी पूजा विधि (Ratha Saptami Puja Vidhi)
1. सूर्योदय से पूर्व स्नान और संकल्प
- इस दिन नदी, तालाब या घर में गंगाजल डालकर स्नान करना बहुत शुभ माना जाता है।
- स्नान करते समय सात अरंड (अरंडी) के पत्तों को शरीर पर रखें, जो सात घोड़ों का प्रतीक होते हैं।
- स्नान के बाद सूर्य देव को अर्घ्य देकर व्रत का संकल्प लें।
2. भगवान सूर्य की पूजा और मंत्र जाप
- सूर्य देव की प्रतिमा या चित्र को लाल वस्त्र पर स्थापित करें।
- दीप, धूप, पुष्प, चावल और जल अर्पित करें।
- “ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- भगवान सूर्य को जल में लाल चंदन और लाल पुष्प डालकर अर्घ्य दें।
3. रथ सप्तमी व्रत कथा का पाठ
- भगवान सूर्य की कथा सुनें या पढ़ें।
- घर में सभी सदस्यों के साथ मिलकर सूर्य मंत्रों का जाप करें।
4. दान और प्रसाद वितरण
- इस दिन गरीबों को तिल, गुड़, गेहूँ, वस्त्र और अन्न का दान करना अत्यंत शुभ होता है।
- छठ पूजा की तरह सूर्य देव को गुड़ और चावल से बनी खीर का भोग अर्पित करें।
रथ सप्तमी व्रत करने के लाभ (Ratha Saptami Vrat Benefits)
- रोगों से मुक्ति और उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।
- आर्थिक समृद्धि और व्यापार में उन्नति होती है।
- मानसिक शांति और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
- सूर्य ग्रह के अशुभ प्रभावों को शांत करता है।
- संतान प्राप्ति और वैवाहिक जीवन में खुशहाली लाता है।
रथ सप्तमी पर किए जाने वाले विशेष उपाय (Ratha Saptami Ke Upay)
- सूर्य देव को जल में लाल चंदन, गुड़ और लाल पुष्प डालकर अर्घ्य दें।
- गाय को गुड़ और रोटी खिलाएँ, जिससे सूर्य दोष शांत होता है।
- आर्थिक समस्याओं से बचने के लिए रविवार को सूर्य देव की उपासना करें।
- संतान सुख के लिए इस दिन सूर्य मंत्रों का जाप करें और ब्राह्मणों को भोजन कराएँ।
- सुख-समृद्धि के लिए तांबे के लोटे में जल भरकर सूर्य को अर्पित करें।
रथ सप्तमी 2025 के लिए शुभकामना संदेश और शायरी
- “सूर्य की किरणों से रोशन हो जीवन, मिले आरोग्य और समृद्धि का दान! शुभ रथ सप्तमी!”
- “रथ सप्तमी का यह पावन पर्व, आपके जीवन में सुख-समृद्धि और शांति लाए!”
- “भगवान सूर्य की कृपा से आपका जीवन प्रकाशमान हो और हर मनोकामना पूर्ण हो!”
- “सूर्य देव का आशीर्वाद बना रहे, हर संकट जीवन से दूर रहे! रथ सप्तमी की शुभकामनाएँ!”
- “स्वास्थ्य, समृद्धि और सफलता का आशीर्वाद मिले, रथ सप्तमी पर्व मंगलमय हो!”
निष्कर्ष
रथ सप्तमी 2025 आध्यात्मिक ऊर्जा, स्वास्थ्य और समृद्धि का पर्व है। इस दिन भगवान सूर्य की आराधना करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, मानसिक शांति और आर्थिक उन्नति प्राप्त होती है।
इस रथ सप्तमी 2025 को श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाएँ और भगवान सूर्य का आशीर्वाद प्राप्त करें। 🙏✨