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भानु सप्तमी 2025: तिथि, महत्व, व्रत विधि, कथा और लाभ

Inderjeet Kumar
Last updated: March 28, 2025 12:09 pm
Inderjeet Kumar
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भानु सप्तमी 2025 का महत्व और धार्मिक प्रभाव

भानु सप्तमी (Bhanu Saptami) हिंदू धर्म में भगवान सूर्य की पूजा का एक विशेष दिन है। इसे सूर्य सप्तमी (Surya Saptami) या रवि सप्तमी (Ravi Saptami) के नाम से भी जाना जाता है। यह दिन सूर्य देव को समर्पित होता है और इसे करने से स्वास्थ्य, समृद्धि, सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है।

Contents
भानु सप्तमी 2025 का महत्व और धार्मिक प्रभावभानु सप्तमी 2025 कब है? (Bhanu Saptami 2025 Date & Time)भानु सप्तमी की पौराणिक कथा (Bhanu Saptami Vrat Katha)सूर्य देव और उनका दिव्य प्रभावभानु सप्तमी व्रत करने के लाभ (Bhanu Saptami Vrat Benefits)भानु सप्तमी व्रत और पूजा विधि (Bhanu Saptami Vrat Vidhi)भानु सप्तमी पर किए जाने वाले विशेष उपाय (Bhanu Saptami Ke Upay)भानु सप्तमी 2025 के लिए शुभकामना संदेश और शायरीनिष्कर्ष

भानु सप्तमी पर व्रत और सूर्य देव की उपासना करने से ग्रह दोष, विशेष रूप से सूर्य से जुड़े दोष (सूर्य महादशा, सूर्य ग्रहण, या कमजोर सूर्य) समाप्त हो जाते हैं। यह दिन ऊर्जा, आत्मबल, सफलता और मानसिक शांति प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।

भानु सप्तमी 2025 कब है? (Bhanu Saptami 2025 Date & Time)

भानु सप्तमी माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाई जाती है। 2025 में यह पर्व 4 फरवरी (मंगलवार) को मनाया जाएगा।

घटनासमय (IST)
सप्तमी तिथि प्रारंभ3 फरवरी 2025, रात 10:50 बजे
सप्तमी तिथि समाप्त4 फरवरी 2025, रात 08:30 बजे
सूर्य पूजा का शुभ मुहूर्त4 फरवरी 2025, प्रातः 06:45 से 09:15 बजे तक

भानु सप्तमी की पौराणिक कथा (Bhanu Saptami Vrat Katha)

सूर्य देव और उनका दिव्य प्रभाव

एक पौराणिक कथा के अनुसार, एक समय राजा दिलीप सूर्य देव के परम भक्त थे। वे निःसंतान थे और उन्होंने संतान प्राप्ति के लिए भगवान सूर्य की कठोर तपस्या की। कई वर्षों की साधना के बाद भगवान सूर्य उनके सामने प्रकट हुए और उन्हें एक तेजस्वी पुत्र होने का आशीर्वाद दिया, जो आगे चलकर रघुकुल वंश का महान राजा बना।

एक अन्य कथा के अनुसार, एक गरीब ब्राह्मण ने सूर्य सप्तमी का व्रत किया, जिससे उसे धन, सम्मान और दीर्घायु प्राप्त हुई। इसलिए, यह व्रत सुख-समृद्धि, संतान सुख और सौभाग्य प्रदान करने वाला माना जाता है।

भानु सप्तमी व्रत करने के लाभ (Bhanu Saptami Vrat Benefits)

  1. सूर्य दोष और ग्रह दोषों से मुक्ति: भानु सप्तमी व्रत करने से सूर्य की महादशा या कुंडली में कमजोर सूर्य का प्रभाव कम हो जाता है।
  2. स्वास्थ्य लाभ: यह व्रत रोगों से बचाने और दीर्घायु प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
  3. आत्मबल और सफलता: सूर्य देव साहस, आत्मविश्वास और निर्णय क्षमता प्रदान करते हैं, जिससे जीवन में सफलता मिलती है।
  4. धन और समृद्धि: जो व्यक्ति इस दिन व्रत रखता है और दान करता है, उसे धन-धान्य की प्राप्ति होती है।
  5. सकारात्मक ऊर्जा और मानसिक शांति: सूर्य पूजा करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और मन को शांति मिलती है।

भानु सप्तमी व्रत और पूजा विधि (Bhanu Saptami Vrat Vidhi)

  1. स्नान और संकल्प: प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में उठकर गंगा स्नान करें या शुद्ध जल से स्नान करें।
  2. सूर्य देव को अर्घ्य दें: तांबे के लोटे में जल, लाल फूल, कुमकुम, चावल और गुड़ डालकर सूर्य को अर्घ्य दें।
  3. भगवान सूर्य की पूजा करें:
    • सूर्य देव को लाल पुष्प, गुड़, गेहूं और लाल वस्त्र अर्पित करें।
    • दीपक जलाएँ और धूप-अगरबत्ती चढ़ाएँ।
  4. सूर्य मंत्र का जाप करें:
    • “ॐ घृणिः सूर्याय नमः” – इस मंत्र का 108 बार जाप करें।
    • “ॐ ह्रीं सूर्याय नमः” – इस मंत्र से सूर्य देव को प्रसन्न किया जाता है।
  5. व्रत कथा सुनें और हवन करें: सूर्य सप्तमी की कथा पढ़ें या सुनें और हवन करें।
  6. दान-पुण्य करें: इस दिन ब्राह्मणों को भोजन कराएँ और तांबा, लाल वस्त्र, गुड़ और गेहूं का दान करें।

भानु सप्तमी पर किए जाने वाले विशेष उपाय (Bhanu Saptami Ke Upay)

  1. सुबह जल्दी उठकर तांबे के लोटे में जल भरकर सूर्य देव को अर्घ्य दें।
  2. रविवार को व्रत रखें और सूर्य देव के मंदिर में लाल फूल और तांबे का सिक्का चढ़ाएँ।
  3. गाय को गुड़ और गेहूं खिलाएँ, इससे सूर्य ग्रह मजबूत होता है।
  4. अपने माथे पर केसर और चंदन का तिलक लगाएँ, यह भाग्य को प्रबल करता है।
  5. बुजुर्गों और जरूरतमंदों को वस्त्र, भोजन और तांबे के बर्तन दान करें।

भानु सप्तमी 2025 के लिए शुभकामना संदेश और शायरी

  1. “सूर्य देव की कृपा से आपके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहे। भानु सप्तमी की शुभकामनाएँ!”
  2. “सूर्य की रश्मियाँ आपके जीवन को उज्ज्वल करें, शुभ भानु सप्तमी!”
  3. “भगवान सूर्य की कृपा से आपके सभी कार्य सफल हों, भानु सप्तमी की बधाई!”
  4. “सूर्य देव की कृपा से आपके जीवन में नई ऊर्जा और सकारात्मकता आए!”
  5. “रवि देव का आशीर्वाद आपके जीवन में रोशनी और सफलता लाए, शुभ भानु सप्तमी!”

निष्कर्ष

भानु सप्तमी 2025 केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि ऊर्जा, आत्मविश्वास, समृद्धि और सफलता प्राप्त करने का एक अद्भुत अवसर है। यह व्रत सूर्य देव की कृपा प्राप्त करने और जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए किया जाता है। इस दिन की गई पूजा और दान से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है और सफलता प्राप्त होती है। आइए, इस भानु सप्तमी पर भगवान सूर्य की आराधना करें और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को सुखमय और समृद्ध बनाएं। 🌞🙏

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