परशुराम जयंती 2025 का महत्व और धार्मिक प्रभाव
परशुराम जयंती (Parshuram Jayanti) भगवान विष्णु के छठे अवतार, भगवान परशुराम के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है। यह पर्व वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को आता है और इसे अक्षय तृतीया के दिन मनाया जाता है।
भगवान परशुराम को अमर और चिरंजीवी (अविनाशी) माना जाता है और वे अभी भी इस पृथ्वी पर विद्यमान हैं। वे शस्त्र और शास्त्र दोनों के ज्ञाता माने जाते हैं और क्षत्रियों के अधर्म से रक्षा करने के लिए उन्होंने कई युद्ध किए। हिंदू धर्म में उन्हें शिव भक्त, ब्राह्मण योद्धा और न्यायप्रिय गुरु के रूप में पूजा जाता है।
परशुराम जयंती विशेष रूप से ब्राह्मण समाज, क्षत्रियों और हिंदू धर्म के अनुयायियों के बीच बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन उनकी पूजा, व्रत, हवन, कथा और दान-पुण्य करना शुभ माना जाता है।
परशुराम जयंती 2025 कब है? (Parshuram Jayanti 2025 Date & Time)
परशुराम जयंती 22 अप्रैल 2025 (मंगलवार) को मनाई जाएगी।
घटना | समय (IST) |
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तृतीया तिथि प्रारंभ | 21 अप्रैल 2025, रात 11:12 बजे |
तृतीया तिथि समाप्त | 22 अप्रैल 2025, रात 09:18 बजे |
पूजा का शुभ मुहूर्त | 22 अप्रैल 2025, सुबह 06:00 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक |
भगवान परशुराम की जन्म कथा (Parshuram Jayanti Vrat Katha)
भगवान परशुराम का जन्म भृगु वंश के ऋषि जमदग्नि और माता रेणुका के घर हुआ। वे भगवान विष्णु के छठे अवतार माने जाते हैं।
एक कथा के अनुसार:
- परशुराम जी शिव भक्त थे और उन्होंने घोर तपस्या करके भगवान शिव से परशु (फरसा) प्राप्त किया, जिससे उन्हें परशुराम कहा जाने लगा।
- उन्होंने अपनी माँ रेणुका के सम्मान और पिता जमदग्नि के आदेश की रक्षा के लिए क्षत्रियों के अत्याचार को समाप्त किया।
- परशुराम जी ने हजारों वर्षों तक पृथ्वी पर अधर्म को समाप्त करने के लिए क्षत्रियों से 21 युद्ध किए।
- वे शस्त्र और शास्त्र दोनों के ज्ञाता थे और उन्होंने कई राजाओं और योद्धाओं को युद्धकला की शिक्षा दी।
परशुराम जी का उल्लेख रामायण और महाभारत दोनों में किया गया है। उन्होंने ही भीष्म, द्रोणाचार्य और कर्ण जैसे महायोद्धाओं को शस्त्र विद्या सिखाई थी।
परशुराम जयंती पूजा विधि (Parshuram Jayanti Puja Vidhi)
- स्नान और संकल्प:
- प्रातः गंगा स्नान करें या स्वच्छ जल से स्नान करें।
- व्रत और पूजा का संकल्प लें।
- भगवान परशुराम की पूजा:
- परशुराम जी की प्रतिमा को गंगाजल, दूध, शहद और पंचामृत से स्नान कराएँ।
- चंदन, तुलसी, पुष्प, धूप-दीप, नारियल और फल अर्पित करें।
- “ॐ परशुरामाय नमः” मंत्र का जाप करें।
- भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा:
- परशुराम जी विष्णु जी के अवतार हैं, इसलिए भगवान विष्णु की पूजा करें।
- उन्होंने भगवान शिव से दिव्य अस्त्र प्राप्त किए, इसलिए शिवलिंग पर जल और बेलपत्र अर्पित करें।
- दान और हवन करें:
- इस दिन गरीबों, ब्राह्मणों और जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और धन का दान करना शुभ माना जाता है।
- हवन और यज्ञ करने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
परशुराम जयंती व्रत करने के लाभ (Parshuram Jayanti Vrat Benefits)
- परिवार में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है।
- शत्रु और जीवन की बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
- शिक्षा, ज्ञान और शस्त्र विद्या में सफलता प्राप्त होती है।
- कर्ज, आर्थिक तंगी और ग्रह दोषों से छुटकारा मिलता है।
- भगवान परशुराम की कृपा से जीवन में विजय और सम्मान प्राप्त होता है।
परशुराम जयंती पर किए जाने वाले विशेष उपाय (Parshuram Jayanti Ke Upay)
- गाय को चारा और गुड़ खिलाएँ – इससे जीवन में शांति और समृद्धि आती है।
- भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें – “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” का 108 बार जाप करें।
- भगवान शिव का अभिषेक करें – बेलपत्र, दूध और गंगाजल से शिवलिंग पर जल चढ़ाएँ।
- गरीबों और ब्राह्मणों को भोजन कराएँ – इससे पुण्य की प्राप्ति होती है।
- युद्ध कला और आत्मरक्षा सीखें – इस दिन कोई नया कौशल या विद्या सीखना शुभ माना जाता है।
परशुराम जयंती 2025 के लिए शुभकामना संदेश और शायरी
- “भगवान परशुराम का आशीर्वाद मिले अपार, जीवन में सुख-समृद्धि रहे हर बार। शुभ परशुराम जयंती!”
- “शस्त्र और शास्त्र दोनों के ज्ञाता, भगवान परशुराम का आशीर्वाद आपके जीवन में हमेशा बना रहे!”
- “परशुराम जयंती का यह शुभ अवसर आपके जीवन में उन्नति और सफलता लाए!”
- “भगवान परशुराम की कृपा से आपके जीवन की सभी बाधाएँ समाप्त हों। जय परशुराम!”
- “परशुराम जयंती पर करें यह प्रण, धर्म और सत्य का रखेंगे मान!”
निष्कर्ष
परशुराम जयंती 2025 धर्म, सत्य और न्याय की रक्षा का प्रतीक है। इस दिन की गई पूजा, व्रत और दान से आयु, बल, विद्या और सफलता की प्राप्ति होती है। भगवान परशुराम शस्त्र और शास्त्र दोनों के महान ज्ञाता थे, इसलिए उनकी आराधना करने से शौर्य, पराक्रम और ज्ञान की प्राप्ति होती है।
आइए, इस परशुराम जयंती पर भगवान परशुराम का आशीर्वाद प्राप्त करें और धर्म व सत्य के मार्ग पर चलने का संकल्प लें। 🙏✨