नाग पंचमी 2025 का महत्व और धार्मिक प्रभाव
नाग पंचमी (Nag Panchami) हिंदू धर्म का एक पवित्र पर्व है, जो श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन नाग देवता (सर्पों) की पूजा की जाती है और उनसे रक्षा, सुख-समृद्धि और कालसर्प दोष निवारण की प्रार्थना की जाती है।
हिंदू धर्म में सांपों को दिव्य और पूजनीय माना गया है, क्योंकि वे भगवान शिव, भगवान विष्णु और अन्य देवी-देवताओं के साथ जुड़े हुए हैं। भगवान शिव गले में सर्पों की माला धारण करते हैं, और भगवान विष्णु शेषनाग पर शयन करते हैं। इसलिए, नागों की पूजा से इन देवताओं की कृपा प्राप्त होती है।
इस दिन विशेष रूप से घर के दरवाजे, दीवारों और पूजा स्थल पर नाग देवता की आकृति बनाकर उनकी पूजा की जाती है।
नाग पंचमी 2025 कब है? (Nag Panchami 2025 Date & Time)
नाग पंचमी 2025 में 4 अगस्त (सोमवार) को मनाई जाएगी।
घटना | समय (IST) |
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पंचमी तिथि प्रारंभ | 3 अगस्त 2025, रात 11:02 बजे |
पंचमी तिथि समाप्त | 4 अगस्त 2025, रात 09:18 बजे |
पूजा का शुभ मुहूर्त | 4 अगस्त 2025, सुबह 06:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक |
नाग पंचमी की पौराणिक कथा (Nag Panchami Vrat Katha)
1. समुद्र मंथन और शेषनाग की कथा
पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब देवताओं और असुरों ने समुद्र मंथन किया, तब उसमें शेषनाग का प्राकट्य हुआ। भगवान विष्णु ने उन्हें अपने आसन (शय्या) के रूप में स्वीकार किया। तब से नागों को भगवान विष्णु के प्रिय भक्तों में गिना जाता है और उनकी पूजा करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
2. जनमेजय और सर्पसत्र यज्ञ की कथा
महाभारत के अनुसार, पांडवों के परपोते राजा जनमेजय ने अपने पिता परीक्षित की मृत्यु का बदला लेने के लिए सर्पसत्र यज्ञ किया, जिससे पृथ्वी के सभी नागों का नाश हो जाता। तब आस्तिक ऋषि ने उन्हें नागों को पूजनीय बताते हुए यह यज्ञ रोकने को कहा। उसी दिन से नाग देवता को प्रसन्न करने के लिए नाग पंचमी का पर्व मनाया जाता है।
नाग पंचमी पूजा विधि (Nag Panchami Puja Vidhi)
- स्नान और संकल्प:
- प्रातः जल्दी उठकर गंगा स्नान करें या स्वच्छ जल से स्नान करें।
- व्रत और पूजा का संकल्प लें।
- नाग देवता की पूजा:
- दीवारों पर नाग देवता की आकृति बनाएँ या मिट्टी/चांदी की नाग प्रतिमा स्थापित करें।
- दूध, चावल, हल्दी, अक्षत, कुमकुम और फूल अर्पित करें।
- नाग देवता के मंत्रों का जाप करें।
- विशेष मंत्र जाप:
- “ॐ नमः सर्पेभ्यो नमः”
- “ॐ कुरुकुल्ये हुं फट् स्वाहा”
- “ॐ नागराजाय नमः”
- दूध अर्पण और भोग:
- सांपों को दूध, लड्डू और फल अर्पित करें।
- किसी भी सांप को प्रत्यक्ष दूध पिलाने से बचें, क्योंकि यह उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
- नाग देवता की आरती करें और गरीबों को दान दें।
नाग पंचमी व्रत करने के लाभ (Nag Panchami Vrat Benefits)
- कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है।
- सर्प भय समाप्त होता है और घर में सुख-शांति आती है।
- नाग देवता और भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।
- परिवार में धन, समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है।
- इस दिन नागों की पूजा करने से पूर्व जन्मों के दोष और पाप समाप्त हो जाते हैं।
नाग पंचमी पर किए जाने वाले विशेष उपाय (Nag Panchami Ke Upay)
- भगवान शिव का रुद्राभिषेक करें और नागों की रक्षा के लिए प्रार्थना करें।
- पीपल के पेड़ की पूजा करें और वहाँ दीपक जलाएँ।
- काले तिल, गुड़ और दूध का दान करें, इससे सर्प दोष समाप्त होता है।
- नागदेवता के मंदिर में जाकर दूध और हल्दी मिश्रित जल चढ़ाएँ।
- घर की उत्तर-पश्चिम दिशा में नाग देवता की तस्वीर लगाकर उनकी पूजा करें।
नाग पंचमी 2025 के लिए शुभकामना संदेश और शायरी
- “नाग देवता का आशीर्वाद मिले अपार, जीवन में आए खुशियों की बहार! शुभ नाग पंचमी!”
- “नागों की कृपा से हो जीवन का उद्धार, सुख-शांति मिले अपार!”
- “भगवान शिव और नाग देवता का आशीर्वाद आपके परिवार पर सदैव बना रहे। शुभ नाग पंचमी!”
- “नाग देवता का वास हो आपके जीवन में, समृद्धि और सौभाग्य आपका साथ निभाए!”
- “सर्पों की पूजा से मिटे सब संकट, जीवन में आए खुशियों का अंकुर! शुभ नाग पंचमी!”
निष्कर्ष
नाग पंचमी 2025 सर्पों की पूजा और प्रकृति के प्रति सम्मान व्यक्त करने का पर्व है। इस दिन की गई पूजा, व्रत और दान से सर्प भय समाप्त होता है, कालसर्प दोष शांत होता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
आइए, इस नाग पंचमी को पूरे श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाएँ और भगवान शिव और नाग देवता का आशीर्वाद प्राप्त करें। 🙏✨